अपनी प्रतिभा दुनिया को दिखाने से वंचित रह गया पंकज


                                               आखिर स्वप्न स्वप्न ही रह गया




अधूरा रह गया दुनिया को रोवर थ्योरी बताने का सपना





पंकज कुमार शर्मा ने हाल ही में एक रोवर की थ्योरी  को दुनिया समक्ष रखा जिसमें उसने यह बताने की कोशिश की कि कोई भी रोवर बिना अन्तरिक्ष यान के भी पृथ्वी से किसी भी ग्रह पर भेजा जा सकता है तथा उसने यह भी बताया कि वह रोवर बाद में पृथ्वी पर वापस भी आ सकता है.

आईये सबसे पहले जानते हैं कि रोवर क्या होते हैं तथा इनके क्या कार्य होते हैं-

रोवर किसी अन्य ग्रहों पर रिसर्च करने के लिये जाते हैं. हाल ही में कई रोवर भेजे जा चुके हैं.
रोवर ऐसे वाहन को कहते हैं जो किसी अन्य ग्रह या खगोलीय वस्तु पर घूमने-फिरने की क्षमता रखता हो। कुछ रोवर रोबोट होते हैं और बिना किसी व्यक्ति की मौजूदगी के चलते हैं और कुछ मनुष्यों को स्थान-से-स्थान ले जाने के लिए बने होते हैं। आम तौर पर रोवर किसी ग्रह पर किसी अन्य यान के अन्दर ले जाए जाते हैं जो उस ग्रह की सतह पर उतरता हो। उदहारण के लिए नवम्बर २०१० में मंगल विज्ञान प्रयोगशाला योजना के अंतर्गत एक "क्युरियौसिटि" (Curiosity) नाम का रोवर मंगल ग्रह के लिए रवाना किया गया।


पंकज की रोवर थ्योरी की खबरें हाल ही में कई न्यूज पत्रो में निकाली गयी पर सरकार ने पंकज की कोई मदद मदद  हो सकी






आज पंकज शर्मा से की गयी बातचीत जिसमें उसने अपने इस गोल्डेन चाँस के खोने की कहानी बतायी
उसने बताया कि वह कितना खुश था कि उसे इस कांफ्रेंस में बुलाया गया

आइये जानते हैं पंकज  के द्वारा बात की गयी बातें- 

पंकज ने आज अपने बारे में दिल खोलकर खास बातचीत की.

पंकज कुमार शर्मा ने हाल ही में एक रोवर की थ्योरी  को दुनिया समक्ष रखा जिसमें उसने यह बताने की कोशिश की कि कोई भी रोवर बिना अन्तरिक्ष यान के भी पृथ्वी से किसी भी ग्रह पर भेजा जा सकता है तथा उसने यह भी बताया कि वह रोवर बाद में पृथ्वी पर वापस भी आ सकता है.

पंकज ने बताया कि उसका चयन नासा के द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिता में हुआ जिसमें वह बिना अन्तरिक्ष यान के किसी भी ग्रह पर जाने वाले रोवर की थ्योरी तैयार की पंकज ने यह भी बताया कि यह रोवर जिसका मॉडल उसने बनाया है वह किसी भी ग्रह से वापस भी आ सकता है. 
किसी ग्रह पर वायु न होने पर उड़ान भराने के प्रश्न के उत्तर पर श्री शर्मा ने बताया कि सबसे पहले हमें जिस ग्रह पर रोवर भेजना है उसके बारे में अध्ययन करेंगे तथा इस बात का पतालगाने की कोशिश करेंगे कि वहाँ पर वायु है या नही. फिर उस ग्र पर वायु के दाब की जानकारी लेंगे. अंततः सारी बातें जानकर हम उस ग्रह पर अपना रोवर भेजेंगे. जिससे उसे वहाँ से उड़ान भराने मे आसानी हो सके.

पंकज शर्मा ने सरकार से कई बार मदद मांगी पर सरकार ने पंकज को न ही आश्वासन दिया और  न ही कोई कॉन्टेक्ट किया गया .
केवल  डी एम सीतापुर ने आश्वासन दिया कि पंकज को अमेरिका भेजा जायेगा. 
पंकज  को अमेरिका मे जिस कान्फ्रेंस में चयनित किया गया है वह 25 मई को है.  पर पंकज के कांफ्रेंस में जाने की सम्भावनाओं पर ग्रहण लग चुका है.


जिसका पहला  उदाहरण है कि पंकज का पासपोर्ट बनना है. पंकज ने पासपोर्ट  तथा वीजे की मांग ज़िलाधिकारी  से की परंतु जिलाधिकारी जी के द्वारा पासपोर्ट नही बनवाया गया. पासपोर्ट  को पंकज ने स्वयं ही अप्लाई किया. तत्काल में पासपोर्ट बनवाने के लिये दो अधिकारियों के द्वारा प्रमाणित  कागजों की आवश्यकता थी जिसमें पंकज को जिले स्तर से किसी भी प्रमाण पत्र को नही दिया गया. डी एम  सीतापुर इस समय अवकाश पर हैं. डी एम अॉफिस में उपस्थित अधिकारी नने  पंकज को बताया कि यह कार्य तहसील स्तर पर किया जायेगा. पर तहसील स्तर पर  एस डी एम सिधौली ने केवल ए4 कागज पर लिख कर पंकज को दे दिया जबकि पासपोर्ट अॉफिस के एक अधिकारी ने बताया कि  ए4 साईज कागज पर  कोई भी प्रमाण पत्र  नही लिया जायेगा.
अतः  पंकज का  पासपोर्ट बनने में  भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है़.



आपसे निवेदन है कि  आप एक बार पंकज कुमार शर्मा से बात करके आर्थिक मदद तथा पासपोर्ट बनवाने में मदद करें.
पंकज शर्मा 
भण्डिया
मोबा  8423917596

Student Like -
आप पंकज के अलावा Student Like के कार्यालय में भी सम्पर्क कर सकते हैं 
कार्यालय का नम्बर 7497943901

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